20 January Top 6 New News Today

 1.

आज, 20 जनवरी 2025 को, डोनाल्ड ट्रम्प संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह वाशिंगटन डी.सी. में कैपिटल वन एरिना में आयोजित किया जाएगा, जो अत्यधिक ठंड के कारण इनडोर स्थान पर स्थानांतरित किया गया है।

समारोह में कई विदेशी गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे, जिनमें भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई, और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी प्रमुख हैं।

शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, राष्ट्रपति ट्रम्प लगभग 200 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं, जो आप्रवासन, ऊर्जा, और व्यापार जैसे विभिन्न नीतिगत क्षेत्रों को प्रभावित करेंगे।

उपराष्ट्रपति के रूप में, रिपब्लिकन नेता जेडी वेंस शपथ लेंगे, जिन्हें जस्टिस ब्रेट कैवनौघ शपथ दिलाएंगे।

समारोह के दौरान, पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दिवंगत राष्ट्रपति जिमी कार्टर के सम्मान में संघीय भवनों पर झंडे आधे झुका कर रखने का आदेश दिया है, जबकि राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने शपथ ग्रहण के अवसर पर झंडे को पूर्ण रूप से फहराने की इच्छा व्यक्त की है।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद, एक परेड कैपिटल से व्हाइट हाउस की ओर प्रस्थान करेगी, जिसमें राष्ट्रपति ट्रम्प के समर्थक और आम जनता शामिल होंगे।

इस प्रकार, आज का दिन अमेरिकी राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें डोनाल्ड ट्रम्प अपने दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

2.

विश्व आर्थिक मंच (WEF) की 55वीं वार्षिक बैठक आज, 20 जनवरी 2025 से स्विट्जरलैंड के दावोस में प्रारंभ हो रही है, जो 24 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस महत्वपूर्ण आयोजन में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव, भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

श्री वैष्णव ने दावोस रवाना होने से पूर्व बताया कि इस बैठक में समावेशी विकास, सामाजिक, भौतिक और डिजिटल बुनियादी ढांचे में निवेश, तथा प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण पर विस्तृत चर्चा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया भारत की आर्थिक नीतियों, डिजिटल इंडिया कार्यक्रम द्वारा लाए गए डिजिटल परिवर्तन, और समाज के सभी वर्गों के नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए प्रौद्योगिकी के लोकतंत्रीकरण के तरीकों को समझने के लिए उत्सुक है।

इस वर्ष की बैठक का विषय “बुद्धिमान युग के लिए सहयोग” है, जिसमें विकास की पुनर्कल्पना, लोगों में निवेश, विश्वास का पुनर्निर्माण, बुद्धिमान युग में उद्योग, और ग्रह की सुरक्षा जैसे पांच प्रमुख कार्यधाराओं में समाधान तलाशने पर जोर दिया जाएगा।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल में छह राज्यों—आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, और केरल—के उच्चस्तरीय प्रतिनिधि भी शामिल होंगे, जो भारत के आर्थिक परिवर्तन, औद्योगिक प्रगति, निवेश के अवसरों, और सफलता की कहानियों को प्रदर्शित करेंगे।

इस बैठक में 130 से अधिक देशों के लगभग 3,000 नेता भाग लेंगे, जिनमें 350 से अधिक राज्य और सरकार के प्रमुख तथा मंत्री शामिल हैं। बैठक के दौरान 450 से अधिक सत्र और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने, जलवायु परिवर्तन, संघर्ष, और गलत सूचना जैसी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।

भारत की प्रभावशाली आर्थिक वृद्धि ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है, प्रमुख क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति के साथ, विश्व मंच पर एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। देश ने अप्रैल 2000 से विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) प्रवाह में $1 ट्रिलियन को पार करते हुए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि FDI में लगभग 26% की वृद्धि से और भी उजागर होती है, जो वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में $42.1 बिलियन तक पहुँच गई। यह ऊपर की ओर प्रक्षेपवक्र रणनीतिक नीति पहलों, एक संपन्न व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र, और बढ़ी हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धात्मकता द्वारा संचालित वैश्विक निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में भारत की बढ़ती अपील को रेखांकित करता है।

इस प्रकार, दावोस में विश्व आर्थिक मंच 2025 की बैठक में भारत की भागीदारी साझेदारी को मजबूत करने, निवेश आकर्षित करने, और देश को सतत विकास और तकनीकी नवाचार में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

3.

ग़ज़ा में 15 महीने के संघर्ष के बाद, युद्धविराम समझौते के तहत हमास ने तीन इज़राइली महिला बंधकों को रिहा किया है, जो अब इज़राइल पहुंच चुकी हैं। रिहा की गई महिलाओं में रोमी गोनेन (24 वर्ष), एमिली दामरी (28 वर्ष), और डोरोन स्टीनब्रेचर (31 वर्ष) शामिल हैं।

रोमी गोनेन को 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इज़राइल में नोवा संगीत समारोह से अगवा किया गया था। एमिली दामरी, एक ब्रिटिश-इज़राइली नागरिक, को किबुत्ज़ कफर अजा में उनके अपार्टमेंट से अपहरण किया गया था। डोरोन स्टीनब्रेचर, एक पशु चिकित्सा नर्स, भी किबुत्ज़ कफर अजा में रहती थीं और उन्हें भी उसी दिन अगवा किया गया था।

इस समझौते के तहत, इज़राइल ने भी 90 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है, जिनमें अधिकांश महिलाएं और नाबालिग बच्चे शामिल हैं।

युद्धविराम और बंधकों की रिहाई से क्षेत्र में शांति की उम्मीद जगी है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए आगे की बातचीत आवश्यक होगी।

4.

लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने आज, 20 जनवरी 2025 को, पटना, बिहार में 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन (एआईपीओसी) का उद्घाटन किया।

यह दो दिवसीय सम्मेलन 20 और 21 जनवरी 2025 को आयोजित किया जा रहा है, जिसका मुख्य विषय है: “संविधान की 75वीं वर्षगांठ: संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में संसद और राज्य विधायी निकायों का योगदान”।

उद्घाटन समारोह में राज्यसभा के उपसभापति श्री हरिवंश, बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी और श्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री नंद किशोर यादव, बिहार विधान परिषद के सभापति श्री अवधेश नारायण सिंह, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारी, बिहार सरकार के मंत्री, बिहार विधानमंडल के सदस्य और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

सम्मेलन के दौरान, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने “संसद की कार्यप्रणाली एवं प्रक्रिया” के 8वें संस्करण का विमोचन किया।

सम्मेलन का समापन सत्र 21 जनवरी 2025 को होगा, जिसे बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान और लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला संबोधित करेंगे।

इससे पूर्व, 19 जनवरी 2025 को, भारत के विधायी निकायों के सचिवों का 61वां सम्मेलन पटना में आयोजित किया गया, जिसमें “अधिक दक्षता, प्रभावशीलता और उत्पादकता के लिए हमारे विधायी निकायों में आधुनिक तकनीकों को अपनाने” पर विचार-विमर्श किया गया।

सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने बिहार की धरती को आध्यात्म और बौद्धिकता की धरा बताते हुए कहा कि यह हम सबके लिए प्रेरणा है।

उन्होंने सदन की कार्यवाही में व्यवधान और हंगामे पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी राजनीतिक दलों से आचार संहिता बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

सम्मेलन के दौरान, बिहार की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और बौद्धिक विरासत पर भी चर्चा की गई, जिसमें भगवान बुद्ध, महावीर, गुरु गोविंद सिंह, चाणक्य और सम्राट अशोक के योगदान का उल्लेख किया गया।

इस सम्मेलन का उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और समन्वय को बढ़ावा देना है।

इस अवसर पर, लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने बिहार विधानमंडल परिसर में नेवा सेवा केंद्र का भी उद्घाटन किया, जो विधायी कार्यों को अधिक प्रभावी बनाने में सहायक होगा।

सम्मेलन में देशभर के विधानसभा स्पीकर और सभापतियों के अलावा बिहार सरकार के मंत्री-विधायक भी शामिल हुए।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो सके।

यह सम्मेलन लगभग 43 वर्षों के अंतराल के बाद बिहार में आयोजित किया गया है, जो लोकतंत्र को मजबूत करने और जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।

सम्मेलन के दौरान, प्रतिभागी “अधिक दक्षता, प्रभावशीलता और उत्पादकता के लिए हमारे विधायी निकायों में आधुनिक तकनीक को अपनाने” पर विचार-विमर्श करेंगे।

इस प्रकार, 85वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन भारतीय लोकतंत्र को सशक्त बनाने और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

5.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में अगले पांच दिनों तक वर्षा और बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की उम्मीद है, जिससे ठंडक में वृद्धि होगी। इसके परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट और ठिठुरन बढ़ सकती है।

हालांकि, मेरठ, उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, मौसम साफ़ और धूपमय रहेगा, और वर्षा की संभावना नहीं है। दिन के तापमान में हल्की वृद्धि और रात के तापमान में मामूली गिरावट देखी जा सकती है।

स्थानीय निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की ताज़ा जानकारी के लिए नियमित रूप से मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान दें और आवश्यकतानुसार तैयारी करें।

6.

भारत ने नई दिल्ली में आयोजित पहले खो-खो विश्व कप में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में खिताब जीतकर इतिहास रचा है। यह टूर्नामेंट 13 से 19 जनवरी 2025 तक इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया था।

टूर्नामेंट का आयोजन

पहले खो-खो विश्व कप में पुरुष वर्ग में 20 और महिला वर्ग में 19 टीमों ने हिस्सा लिया। पुरुष वर्ग में भारत, नेपाल, पेरू, ब्राजील, भूटान, दक्षिण अफ्रीका, घाना, अर्जेंटीना, नीदरलैंड, ईरान, बांग्लादेश, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, पोलैंड, इंग्लैंड, जर्मनी, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और केन्या की टीमें शामिल थीं। महिला वर्ग में भारत, ईरान, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, युगांडा, नीदरलैंड, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, जर्मनी, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, पोलैंड, पेरू और इंडोनेशिया की टीमें शामिल थीं।

विशेषता भारतीय टीमों का प्रदर्शन

भारतीय पुरुष टीम ने अपने ग्रुप ए में नेपाल, पेरू, ब्राजील और भूटान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराया और फाइनल में प्रवेश किया, जहां उन्होंने इंग्लैंड को पराजित कर खिताब अपने नाम किया।

महिला टीम ने ग्रुप ए में ईरान, मलेशिया और दक्षिण कोरिया के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया। सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को मात दी और फाइनल में केन्या को हराकर चैंपियन बनी।

टूर्नामेंट की विशेषताएं

- टूर्नामेंट में कुल 90 मैच खेले गए।

- दोनों वर्गों के क्वार्टर फाइनल मुकाबले 17 जनवरी को, सेमीफाइनल 18 जनवरी को और फाइनल मुकाबले 19 जनवरी को आयोजित किए गए।

- खो-खो विश्व कप में अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, नीदरलैंड, पोलैंड सहित 41 अंतर्राष्ट्रीय टीमों ने भाग लिया।

भारत की इस ऐतिहासिक जीत ने खो-खो खेल को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई है और देश में इस खेल के विकास को प्रोत्साहित किया है।


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