जानिए कैसे आयुष मंत्रालय इस 10वीं वर्षगांठ को ऐतिहासिक और समावेशी बना रहा है
📋 परिचय:
हर वर्ष 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Day of Yoga - IDY) अब अपने 10वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस वर्ष, आयुष मंत्रालय ने इस आयोजन को पहले से कहीं अधिक भव्य, समावेशी और जागरूकता बढ़ाने वाला बनाने की ठानी है। आकाशवाणी के विशेष कार्यक्रम 'पोस्ट बॉक्स नंबर 111' में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने इस वर्ष की थीम, गतिविधियों और योजनाओं की झलक प्रस्तुत की।
थीम 2025: "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग" – यह विषय वसुधैव कुटुंबकम की भावना को दर्शाता है, जो मानवता को एकजुट करने की दिशा में एक मजबूत संदेश है।
🌐 IDY 2025 की 10 प्रमुख गतिविधियाँ और पहल
इस वर्ष की 10वीं वर्षगांठ को विशेष बनाने के लिए 10 सिग्नेचर इवेंट्स की योजना बनाई गई है:
1. योग संगम:
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1 लाख से अधिक स्थलों पर सामूहिक योग अभ्यास।
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भारत के हर कोने में जनभागीदारी का उत्सव।
2. योग बंधन:
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10 साझेदार देशों में भारतीय दूतावासों के सहयोग से योग सत्र।
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वैश्विक सहयोग और संस्कृति का आदान-प्रदान।
3. योग पार्क:
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देशभर में 1,000 योग पार्कों का निर्माण/उन्नयन।
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जनसाधारण के लिए सार्वजनिक योग स्थलों की सुविधा।
4. योग समावेश:
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दिव्यांगजन, वरिष्ठ नागरिक, बच्चे और विशेष समूहों के लिए विशिष्ट सत्र।
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समावेशिता और सामाजिक समानता की दिशा में कदम।
5. योग प्रभाव:
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2015 से 2025 तक योग के प्रभाव का मूल्यांकन।
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स्वास्थ्य और समाज पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव की जांच।
6. योग कनेक्ट:
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वैश्विक शिखर सम्मेलन में योगगुरु, नीति निर्माता, और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सहभागिता।
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अनुभव साझा करना और वैश्विक स्वास्थ्य के लिए नीतियाँ बनाना।
7. हरित योग:
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पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाले योग आधारित अभियान।
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जैसे - "पेड़ लगाओ, योग करो" अभियान।
8. योग अनप्लग्ड:
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युवाओं के लिए डिजिटल और ऑफलाइन योग गतिविधियाँ।
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संगीत, गेमिंग और सोशल मीडिया के साथ योग का समावेश।
9. योग महाकुंभ:
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देश के 10 शहरों में सप्ताह भर चलने वाले योग महोत्सव।
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स्थानीय संस्कृति और योग का संगम।
10. संयोग:
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योग का आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ समन्वय।
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रिसर्च और विज्ञान आधारित प्रमाणों के साथ योग का विस्तार।
📈 योग की बढ़ती लोकप्रियता और प्रभाव: आंकड़ों की नजर में
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राष्ट्रीय सर्वे के अनुसार, भारत के लगभग 2.5 करोड़ परिवारों में हर दिन कम से कम एक व्यक्ति योग करता है।
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पिछले 10 वर्षों में, अंतरराष्ट्रीय योग बाजार में 5 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।
उदाहरण: जैसे रांची के रहने वाले रमेश जी, जिन्होंने योग को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाकर न केवल मधुमेह पर नियंत्रण पाया, बल्कि गांव में एक मुफ्त योग केंद्र भी शुरू किया।
🔬 अनुसंधान और प्रमाण: योग का स्वास्थ्य पर प्रभाव
AIIMS दिल्ली के CIMR द्वारा शोध:
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योग और जिम के शारीरिक लाभ समान पाए गए।
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योग ने मानसिक और भावनात्मक स्थिरता और सत्वगुण को बढ़ावा दिया।
अन्य अध्ययन:
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माइग्रेन, पोस्ट-हार्ट अटैक रिकवरी और महिला स्वास्थ्य में योग अत्यंत प्रभावी।
पायलट प्रोजेक्ट:
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6 जिलों में 10 लाख लोगों की जांच।
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1 लाख लोगों में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर मिले।
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योग और आयुर्वेद हस्तक्षेप से जीवन गुणवत्ता में बड़ा सुधार।
🌍 वैश्विक दृष्टिकोण और भविष्य की योजनाएँ
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प्रधानमंत्री मोदी की चिली यात्रा में “Somos India” समूह का उल्लेख हुआ जो वहां योग और आयुर्वेद का प्रचार कर रहा है।
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मंत्रालय योग और आयुर्वेद ग्रंथों को स्पेनिश, जर्मन, जापानी और अंग्रेज़ी जैसी भाषाओं में अनुवाद कर रहा है।
भावनात्मक संकल्प: "योग अब केवल भारत की धरोहर नहीं, बल्कि वैश्विक स्वास्थ्य की आवश्यकता बन गया है।"
💬 वैद्य कोटेचा का संदेश: योग एक आंदोलन है
“अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और संतुलित जीवन की दिशा में एक वैश्विक जनांदोलन है।” – वैद्य राजेश कोटेचा
✅ निष्कर्ष: अब आपकी बारी!
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 केवल 21 जून को मनाया जाने वाला एक दिन नहीं, बल्कि एक ऐसा मंच है जो स्वास्थ्य, समावेश, पर्यावरण, और वैश्विक एकता के लिए प्रेरणा बनता है।
यह पोस्ट IDY 2025 को लेकर आपकी जागरूकता बढ़ाने, प्रेरणा देने और सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार की गई है। आइए हम सब मिलकर योग को जीवन का हिस्सा बनाएं और इस वैश्विक आंदोलन को सफल बनाएं। 🧘♀️🌍