पहलगाम हमले पर गृह मंत्री का सख्त संदेश - अब आतंक के खिलाफ आर-पार की लड़ाई
गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशवासियों को आश्वस्त किया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। नई दिल्ली में बोडो नेता बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्होंने कहा कि आतंक के बीज को जड़ से उखाड़ा जाएगा और कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। आइए, जानते हैं इस बयान के पीछे का अर्थ, इसके परिणाम और भारत सरकार की आतंकवाद के खिलाफ रणनीति को सरल भाषा में।
- अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक भयावह आतंकी हमला हुआ, जिसमें 27 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान गई।
- अभी तक किसी संगठन ने इसकी ज़िम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह पाकिस्तान समर्थित आतंकी गुटों की साजिश थी।
- हमला उस वक्त हुआ जब पर्यटक और स्थानीय लोग सामान्य जीवन जी रहे थे।
अमित शाह का सख्त रुख: क्या कहा गृह मंत्री ने?
- "किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"
- "हमारा संकल्प है कि आतंकवाद को जड़ से उखाड़कर फेंकेंगे।"
- "140 करोड़ भारतीय और पूरी दुनिया हमारे साथ है।"
- "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'ज़ीरो टॉलरेंस' नीति इस लड़ाई की नींव है।"
- अब आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
- सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट दी गई है।
- हर आतंकी को उसके किए की सज़ा मिलेगी, चाहे वह कहीं भी छिपा हो।
सरकार की रणनीति: आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की लड़ाई
1. इंटेलिजेंस नेटवर्क को मज़बूत करना: खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय।
2. सर्जिकल स्ट्राइक और रिटेलिएटरी ऑपरेशन: जैसे बालाकोट स्ट्राइक।
3. आंतरिक सहयोग: केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल।
4. डिजिटल निगरानी: सोशल मीडिया और संचार माध्यमों की सक्रिय निगरानी।
5. अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अन्य देशों से तकनीकी व खुफिया साझेदारी।
भारत को मिला वैश्विक समर्थन: दुनिया भारत के साथ क्यों है?
- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, रूस जैसे प्रमुख देश भारत के साथ खड़े हैं।
- संयुक्त राष्ट्र में भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को समर्थन मिला है।
- वैश्विक मंचों पर भारत की सख्त नीति की सराहना हो रही है।
- FATF ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखा है।
- भारत की नीति आज विश्व के लिए एक उदाहरण बन रही है।
आम नागरिक की भूमिका
- सतर्क रहें: संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
- सोशल मीडिया पर ज़िम्मेदारी से व्यवहार करें: अफवाहें ना फैलाएं।
- देशभक्ति को जीवन का हिस्सा बनाएं: स्कूल, कॉलेज और समाज में सक्रिय भागीदारी।
- सुरक्षा बलों का सम्मान करें: उनके त्याग को पहचानें और प्रेरित हों।
भारत अब चुप नहीं बैठेगा। अमित शाह का यह बयान एक राष्ट्र के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। पहलगाम का हमला हमें कमजोर नहीं करेगा, बल्कि हमारी एकता और मजबूत करेगा। हर भारतीय को अब एकजुट होकर इस लड़ाई में योगदान देना होगा।